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Tuesday 14 April 2015

हम पर जो गुज़री है क्या तुम सुन पाओगे,,, नाज़ुक सा दिल रखते हो तुम रोने लग जाओगे,,, बहुत ग़म मिले हैं इस दुनिया की भीड़ में,,, कभी सुनो जो तुम इन्हें तुम भी मुस्कुराना भूल जाओगे... A ★


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